मेरठ। एआईसीटीई आइडिया लैब और एमआईटी के सहयोग से एमआईईटी, मेरठ में 2 सितंबर से 7 सितंबर 2024 तक प्रौद्योगिकी नवाचार को शामिल करते हुए परिणाम-आधारित शिक्षा (ओबीई) पर छह दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कपिल कुमार त्रिपाठी, वैज्ञानिक एफ, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, निदेशक एमआईईटी डॉ. एस.के. सिंह, और निदेशक एमआईटी डॉ. सोमेंद्र शुक्ला की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम का समन्वयन आयुष सिंघल और एआईसीटीई आइडिया लैब की हेड मोहिनी प्रीतम सिंह ने किया।
मुख्य अतिथि कपिल कुमार त्रिपाठी ने कहा की प्रदर्शन कौशल और इच्छाशक्ति का एक संयोजन है। कौशल व्यक्ति की तकनीकी क्षमताओं, विशेषज्ञता, और ज्ञान का प्रतीक है, जबकि इच्छाशक्ति उन कौशलों को प्रभावी ढंग से लागू करने की दृढ़ता, प्रेरणा, और मानसिक शक्ति को दर्शाती है। इन दोनों तत्वों कुशलता और संकल्पके समन्वय से व्यक्ति अपनी सर्वोत्तम क्षमता को प्राप्त करता है और बाधाओं को पार करता है।इस दौरान कार्यक्रम में एनसीआर और उत्तर प्रदेश के विभिन कॉलेज से लगभग 80 शिक्षकों ने भाग लिया। एफडीपी का उद्देश्य प्रौद्योगिकी नवाचार को शामिल करते हुए परिणाम-आधारित शिक्षा के तहत नवाचार और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को प्रोत्साहित करना था।
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