उन्होंने डीबीटी की कई फंडिंग स्कीम्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. रोहिला ने शोधकर्ताओं को सरकारी योजनाओं में आवेदन करने के लिए आवश्यक तैयारियों के बारे में जानकारी दी, जिससे उन्हें अपने शोध के लिए फंड प्राप्त करने में आसानी हो। उन्होंने बताया कि डीबीटी में न केवल यूजी, पीजी से पीएचडी तक की फेलोशिप का प्रावधान है, बल्कि कई कैरियर फेलोशिप भी उपलब्ध हैं।
इस व्याख्यान से शोधकर्ताओं को फंडिंग के अवसरों का लाभ उठाने और अपने शोध कार्य को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। एमआईईटी में आयोजित व्याख्यान के दौरान संस्थान के सभी शिक्षकों ने भाग लिया और इसकी सराहना की।
इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन विष्णु सरन, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, कैंपस निदेशक डॉ एस के सिंह, डीन एकेडमिक्स डॉ संजीव सिंह, विभागाध्यक्ष फार्मेसी डॉ गरिमा गर्ग, और विभागाध्यक्ष बायोटेक डॉ अविनाश सिंह भी उपस्थित रहे।
0 Comments