मेरठ। मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। मेहनत और प्रतिभा के बल पर ही आप अपनी लाइन में बने रह सकते हैं। वर्तमान में जितने भी सफल लोग है चाहे वह फिल्म लाइन हो या फिर कोई अन्य लाइन हो, सभी सफल लोग अपनी मेहनत के बल ही अपना स्थान बनाए हुए है। अपने आप को हमें समय के हिसाब से अपने आप को बदलने के लिए भी तैयार रहना होगा। नहीं तो भविष्य में चुनौतियों का सामना करना पडेगा। यह बात मुख्य वक्ता डीडी न्यूज नई दिल्ली के कंसलटिंग एडिटर अशोक श्रीवास्तव ने बृहस्पति भवन में तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल द्वारा आयोजित सिनेमाटोग्राफी की सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के उदघाटन सत्र दौरान कही। फिल्म क्रिएटीविटी का बहुत बडा माध्यम है। वर्तमान में अवसर बहुत है लेकिन पहले सीमित अवसर हुआ करते थे। आज का दर्शक बहुत समझदार हो गया है, वह कंटेंट को देखना चाहता है, वास्तविकता को देखना पसंद करता है। हिन्दुस्तान में रिसर्च पर काम नहीं होता है, काल्पनिक आधार पर फिल्म बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि आज स्टोरी की कमी नहीं है, गली मोहल्लों व गांव में स्टोरी मिल जाएगी। डीडी न्यूज नई दिल्ली के कंसलटिंग एडिटर अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी प्रतिभा को पहचानों और फिर उसके अनुसार काम करो। वर्तमान समय में टीवी के सामने मोबाइल फोन बडी चुनौती बन गया है। इसीलिए अपने अंदर बदलाव को लाना होगा। जर्नलिज्म में पढने से ज्यादा सीखने की जरूरत है।
उत्तर प्रदेश फिल्म परिषद के उपाध्यक्ष व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तरूण राठी ने कहा कि नोएडा में वल्र्ड क्लास सुविधाओं से फिल्म सिटी तैयारी हो रही है। किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि नोएडा में फिल्टी सिटी तैयार होगी। लेकिन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की हिम्मत है जो यह मुमकिन हो पाया है। उन्होंने कहा कि यदि आपको कोई काम दिया गया है तो सौ फीसदी की जगह हजार फीसदी काम करोगे तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। जो लोग अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए काम करते हैं उन लोगों को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। मुम्बई हो फिर कहीं और जो भी कलाकार है वह हमारे और आपके जैसे ही हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मों में एंटरटेनमेंट होना चाहिए और उसकी अच्छी स्क्रिप्ट व अच्छी फिल्म होनी चाहिए। मेरठ में अध्ययनरत विद्यार्थियों को नोएडा में बन रही फिल्म सिटी से सीधा लाभ होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही चौधरी चरण सिंह की कुलपति प्रो संगीता शुक्ला ने कहा कि अपने अंदर सीखने की जिज्ञासा होनी चाहिए। अच्छे लोगों के संपर्क में आने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आप रोज एक अखबार को एक या दो काॅलम पढिए और उसको अपने शब्दों से नोट तैयार करने की आदत बनाएं। इससे आप अंदर एक बदलाव देखेंगे। आपकी कलम में ताकत है, लिखने से आपकी स्किल डेवलप होगी और जितना आप पढेंगे आप उतनी ही तरक्की करेंगे। प्रो संगीता शुक्ला ने कहा कि अपनी कलम के माध्यम ये समाज के लिए काम करें, पत्रकारिता विभाग किसी भी विश्वविद्यालय, संस्थान एवं समाज के लिए महत्वपूर्ण है।
संकायाध्यक्ष प्रो नवीन चंद्र लोहनी ने भी अपने विचार व्यक्ति किए। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रो प्रशांत कुमार ने सभी स्वागत किया। डाॅ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन बीनम यादव ने किया। इस दौरान प्रति कुलपति प्रो वाई विमला, प्रो एसएस गौरव, प्रो0 बिन्दु शर्मा, प्रो रूप नारायण, डाॅ अशोक कुमार, डा प्रदीप कुमार, लव कुमार, मितेंद्र कुमार गुप्ता, रेडियो जाॅकी नेहा कक्कड, तुमुल कक्कड, राकेश कुमार, उपेश दीक्षित, ज्योति राठौर, नाजर, राजीव, अुनष्का चैधरी, कुन शर्मा, साक्षी शर्मा, अर्पित, अमन, साहिल आदि छात्र व छात्राओं का विशेष सहयोग रहा।
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