मेरठ/गजरौला। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान एंव प्राईवेट चिकित्सक मेडिकल एसोसिएशन के तत्वाधान में कैन्सर जानलेवा पर लाईलाज नहीं विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगौष्ठी का आयोजन किया गया। इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सो से आये चिकित्सको को कोरोना काल में उनके द्वारा किये गये अविस्मरणीय चिकित्सा कार्यो के लिए शॉल, स्मृति चिन्ह एवं गंगाजली भेंट कर सम्मानित किया गया।
वेंक्टेश्वरा संस्थान के डॉ सी.वी रमन सभागार में आयोजित "राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं कोरोना विजेता सम्मान समारोह-2021" का शुभारम्भ समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, विख्यात चिकित्सक डॉ उमाकिशोर, पीसीएमए अध्यश डॉ एसके शर्मा, कुलपति प्रो पीके भारती, विम्स निदेशक डॉ एनके कालिया, सीओ डॉ अरशद इकबाल ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया। अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि आप सभी निजी चिकित्सक भारतीय चिकित्सा एवं स्वास्थय सेवाओ की रीढ है। विश्व स्वास्थय संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में यदि कोविड की दूसरी लहर में आप निजी चिकित्सक आगे नहीं आते तो देश में मरने वालो का आंकडा पाँच गुना अधिक होता। हम आपके देश सेवा के जज्बे, एवं समर्पण को प्रणाम करते हुए आपको सम्मानित कर स्वयं को गौरान्वित महसूस कर रहे है।
राष्ट्रीय संगौष्ठी को डॉ एमए तालिकोटि, डॉ उमाकिशोर, डॉ बीपी यादव, डॉ इकराम इलाही, डॉ अतिया सना, डॉ एसके शर्मा, डॉ पुष्पा वर्मा, डॉ सरिता किशोर आदि ने भी सम्बोधित किया। इसके बाद प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी ने प्रो पीके भारती एवं निदेशक डॉ एनके कालिया के साथ देश के विभिन्न हिस्सो से आये 600 से अधिक चिकित्सको को सम्मानित किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ पीयूष पाण्डे, परिसर निदेशक डॉ प्रभात श्रीवास्तव, निदेशक एडमिशन अलका सिंह, अंजलि शर्मा, डॉ वाईएस राठौर, डॉ विनय कुमार, डॉ गौरव सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।
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