CBSE 12वीं बोर्ड 2021:1 या 2 विषयों में फेल होने वाले स्टूडेंट्स के पास होगा कंपार्टमेंट का ऑप्शन, ज्यादा विषयों में फेल होने पर रिपीट करना होगा पूरा साल
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने गुरुवार को 12वीं का रिजल्ट तय करने के लिए मार्किंग स्कीम तय कर ली है। बोर्ड की तरफ से तय क्राइटेरिया के मुताबिक इस साल 12वीं का रिजल्ट 10वीं, 11वीं और 12वीं के मार्क्स के आधार पर जारी किया जाएगा। इसके लिए 30ः30ः40 के फॉर्मूले से मार्किंग की जाएगी।
फेल होने पर रिपीट करना होगा साल
मार्किंग स्कीम से तैयार रिजल्ट के बारे में जानकारी देते हुए बोर्ड ने बताया कि रिजल्ट तैयार करने पर जो स्टूडेंट्स पासिंग मार्क्स हासिल नहीं कर पाएंगे, उन्हें ''असेन्शल रिपीट या 'कंपार्टमेंट' की कैटेगरी में रखा जाएगा। कंपार्टमेंट की कैटेगरी में ऐसे स्टूडेंट्स को रखा जाएगा, जो 1 या 2 विषयों में फेल होंगे। जबकि इससे ज्यादा विषयों में फेल स्टूडेंट्स को पूरा साल रिपीट करना होगा।
स्टूडेंट्स के पास होंगे दो विकल्प
ऐसे स्टूडेंट्स के सामने दो विकल्प होंगे। पहला ये कि वे कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होकर अपना स्कोर सुधार सकते हैं। इसके आधार पर उनका रिजल्ट तय किया जाएगा। वहीं, दूसरे विकल्प के तहत स्टूडेंट्स 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी अपने स्कूल को आवेदन भेज सकते हैं। हालात सामान्य होने पर इन स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
मार्किंग स्कीम से खुश नहीं स्टूडेंट्स
इधर, 12वीं के लिए मार्किंग स्कीम जारी होने के बाद से ही स्टूडेंट्स और टीचर्स इससे असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। दरअसल, स्टूडेंट्स और टीचर्स का मानना है कि 11वीं के नंबरों को ज्यादा वेटेज देने से संभव है कि 11वीं में कम नंबर होने के चलते 12वीं की मार्कशीट में नंबर कम रह जाएंगे। ऐसे में कई स्टूडेंट्स का मानना है कि मार्किंग फॉर्मूले में 11वीं के नंबर को कम वेजेट देना चाहिए था।
31 जुलाई तक जारी होगा रिजल्ट
सुप्रीम कोर्ट में मार्किंग फॉर्मूला बताते हुए बोर्ड ने कहा कि 12वीं के रिजल्ट 31 जुलाई तक जारी कर दिए जाएंगे। CBSE ने सभी स्कूलों को 28 जून तक 12वीं के मार्क्स अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड सभी छात्रों की मार्कशीट तैयार कर 31 जुलाई को इसे ऑफिशियल ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर देगा।
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