Campus Adda / Editor Ajay Chaudhary
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योगा शिविर के तीसरे दिन मुख्य वक्ता के रूप में योग गुरु श्री सोहम द्वारा योग के विषय में बताया गया। उन्होंने बताया कि योग कोई धर्म नहीं है। हमें अपने जीवन को जीने का प्रयास करते रहना चाहिए। कुछ भी छुपा कर नहीं रखना चाहिए। जीवन के हर पल को जीना और उसका आनंद लेना ही योग है। उन्होंने खास तौर पर कहा कि आज के युवा अपनी खुशी को आगे के लिए डाल देते हैं ।युवा सोचते हैं कि वह स्कूल में जाएंगे तो ज्यादा खुश होंगे उसके बाद सोचते हैं कि मैं कॉलेज में जाएंगे वहां पर ज्यादा जाकर खुश होंगे उसके बाद वह जॉब करने के लिए सोचते हैं कि जॉब करने के बाद उन्हें खुशी प्राप्त होगी। इस चक्कर में वह अपने जीवन का आनंद नहीं ले पाते हैं।
आज के युग में हर व्यक्ति के पास कुछ ना कुछ समस्या है मुख्य बात यह है कि आप उस समस्या को किस प्रकार देखते हैं यह समझने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि बहुत ज्यादा उम्मीदें रखना गलत है। क्योंकि उम्मीदों से असंतोष आता है आप जिस परिस्थिति में हैं आप तो उस परिस्थिति में ही खुश रहना चाहिए आपका भी समय आएगा बस आपको अपना कर्म करते रहने की आवश्यकता है योगा शिविर मैं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा है जीवन के उत्सव का रहस्य है कि आपको अपनी हर स्थिति को स्वीकारना चाहिए और उसी में खुश रहने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन विश्व विद्यालय की स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन हेड शीतल द्वारा किया गया।
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