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कोरोना वैक्सीन से संबंधित हिचकिचाहट एवं भ्रांतियों को दूर करने को लेकर ई-संवाद का आयोजन

 


Campus Adda Live / Editor Ajay Chaudhary

मेरठ। क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो,मेरठ ने कोरोना वैक्सीन से संबंधित हिचकिचाहट एवं भ्रांतियों को दूर करने के उपायों के विषय में ई-संवाद/वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनर की अध्यक्षता आरपी सरोज, अपर महानिदेशक,आर.ओ.बी./पी.आई.बी./दूरदर्शन, लखनऊ एवं आर.ओ.बी./पीआईबी देहरादून ने की। आरपी सरोज ने कहा कि लोग बिना किसी हिचक और डर के वैक्सीन लगवाएं और भ्रांतियों से बचें। देश में अब तक 32 करोड़ 36 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है और यह प्रक्रिया बहुत तेजी से चलाई जा रही है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की फील्ड यूनिट्स जल्दी ही फील्ड में जाकर वैक्सीन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए अधिकाधिक संख्या में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी लोगों का अपर महानिदेशक ने धन्यवाद किया।




मुख्य अतिथि प्रो बंदना पांडेय, जन संचार विभाग, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा ने कहा कि वैक्सीन के बारे में भ्रांतियों की समस्या केवल कोरोना के बारे में ही नहीं दिखाई दे रही है। पोलियो की वैक्सीन के संबंध में भी कुछ लोगों में डर और भ्रांतियां देखी गई थीं। इन भ्रांतियों का मुकाबला करने के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है लोगों के सामने उदाहरण पेश करना।चर्चा परिचर्चा के माध्यम से उनके मन में बैठे हुए डर को दूर करने का प्रयास करना। कुछ निहित स्वार्थी तत्व भी वैक्सीन कार्यक्रम को कमजोर करने के उद्देश्य से आम लोगों में वैक्सीन के प्रति डर पैदा करने का काम कर रहे हैं लेकिन टीकाकरण का कैंपेन बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और सफल होगा। भले ही कोरोनावायरस की वैक्सीन लगाने के बाद भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा बना रहता है, लेकिन बीमारी की गंभीरता उस स्तर तक नहीं जाती जिस स्तर तक वैक्सीन न लगवाने वाले व्यक्ति में हो सकती है। 

विशेषज्ञ वक्ता डॉक्टर शुभेंदु मुदगल,जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ,परामर्शदाता - यूएनडीपी, वर्ल्ड बैंक, एडीबी एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने व्याख्यान में कहा कि वैक्सीन के विकास में और आम लोगों तक उसको पहुंचाने में काफी समय लगता है लेकिन कोरोना की सभी वैक्सीन सीमित समय में बहुत अधिक प्रयासों के फलस्वरूप लोगों को उपलब्ध हुई हैं। सभी वैक्सीन प्रभावी है। बिना किसी भ्रांति और डर के  लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार होना चाहिए। महामारी के इस संकट के समय में कोरोना से बचाव के अनुरूप व्यवहार के साथ-साथ वैक्सीन लगवाना ही सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपाय है। एक प्रश्न के उत्तर में डॉक्टर मुद्गल ने कहा कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद ठीक हुए व्यक्ति को 8 सप्ताह के अंतराल पर वैक्सीन लगवाना चाहिए। 

क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो मेरठ के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी शिवानंद पांडे ने सभी प्रतिभागियों, प्रदेश भर से जुड़े क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो के अधिकारियों, विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों से जुड़े हुए छात्रों, रिसर्च स्कॉलर और प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, लखनऊ से पंजीकृत सांस्कृतिक दलों से जुड़े हुए  सदस्यों को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपर महानिदेशक श्री आर.पी. सरोज,प्रोफेसर बंदना पांडे और विशेषज्ञ वक्ता डॉक्टर शुभेंदु मुदगल को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और आभार व्यक्त किया।

 

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