नए पबजी खेलने वाले हो जाएं सावधान!:अमेरिकन वेबसाइट का दावा- APK फाइल से गेम डाउनलोड करने से प्लेयर की प्राइवेसी को खतरा, डेटा चोरी कर चीन भेजा जा रहा
Campus Adda / Editor Ajay Chaudhary
क्राफ्टोन पबजी मोबाइल डेवलपर ने बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को ऑफिशियल तौर पर रिलीज नहीं किया है। लोग इसका इंतजार कर रहे हैं। भारत में रिलीज होने से पहले एक नई रिपोर्ट से उसे झटका लग सकता है। नई रिपोर्ट के अनुसार बैटलग्राउंड्स इंडिया डेटा को चीन भेज रहा है। IGN नाम की अमेरिकन वेबसाइट का दावा है कि ये डाटा चीन की कैपिटल बीजिंग में भेजा जा रहा है। कहा जा रहा है APK फाइल से गेम डाउनलोड करने से प्लेयर की प्राइवेसी को खतरा हो रहा है।
इसके पहले भी लग चुका है बैन
रिपोर्ट में खास तौर से ध्यान देने वाली बात यह है कि यह अभी भी टेनसेंट (Tencent) सर्वर पर काम कर रहा है। बता दें कि भारत में पबजी मोबाइल सहित 117 दूसरे ऐप्स बैन किए थे। डेटा की सिक्योरिटी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया था। इसके बाद क्राफटॉन ने सफाई दी कि वह टेनसेंट से साझेदारी तोड़ रहा है। यह भी कहा था कि वह भारत के नियम का पालन करेगा और यूजर्स के डेटा को भारत में रखेगा।
दूसरे देश में डेटा नहीं भेज सकते हैं
हालांकि इस नई रिपोर्ट से क्राफ्टोन के सारे वादे झूठे साबित हो गए हैं। ये जो डेटा चीन के बीजिंग भेजता था। उसका खुलासा हो गया है। इसे IGN इंडिया ने डेटा स्निफर ऐप की मदद से पता लगा लिया है। इसके बाद नए बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। साथ ही भारत में पब्जी प्लेयर की पर्सनल जानकारी को भारत के सर्वर में रखना है। साथ ही दूसरे देश में डेटा भेजने के लिए लीगल प्रोसेस से गुजरना पड़ेगा।
CAIT ने IT मंत्रालय को लिखा पत्र
भारत के कई पॉलिटिकल लीडरों ने पबजी के नए वर्जन को बैन करने की मांग कर चुके हैं। हालही में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(CAIT) के सेक्रेटरी जनरल ने IT मंत्रालय को पत्र भेजा है। इसमें पबजी को बैन करने की बात कही गई है। साथ ही भारत के नागरिकों के लिए इसे खतरनाक बताया गया है।
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