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एमआईईटी में वर्चुअल योग सत्र एवं प्रेरक व्याख्यान का आयोजन


Campus Adda Live / Editor Ajay Chaudhary

मेरठ। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अपने आप को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए योग के मूल सिद्धांतों को जानने के उद्देश्य से मेरठ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एमआईईटी) में सभी शिक्षकों एवं छात्रों के लिए वर्चुअल योग सत्र एवं प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस दौरान भारतीय योग संस्थान, औरंगाबाद, महाराष्ट्र के अध्यक्ष डॉ. उत्तम कलवणे ने कोरोना में अपने मन और दिमाग को शांत रखने की योग क्रियाएं सिखाई। 

उन्होंने बताया की प्राणायाम के नाम को जानने से पहले यह जानना और समझना जरुरी है, दरअसल कोरोना का संक्रमण उन लोगों को जल्दी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्युन पावर बहुत कमजोर होती है। आमतौर पर होने वाले संक्रमण में भी अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के द्वारा किए गए एक विस्तृत शोध में यह बताया गया कि प्राणायाम के जरिए इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है। मन की शांति के लिए प्राणायाम को सबसे बेस्ट योगासन माना जाता है। इसके लिए जमीन पर पैर को क्रॉस करके बैठ जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। आंखें बंद और गहरी सांस हुए सांस को बाहर छोड़े। आप चाहे तो इस दौरान किसी मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। इन सभी योगासन को नियमित तौर पर करके आपके दिमाग को शांति मिल सकती है।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर और लॉकडाउन में हमारा तंत्रिका तंत्र अतिसक्रिय और तनाव पैदा कर सकता है, जिससे भय, घबराहट, अनिद्रा, नियंत्रण खोने की भावना और अन्य असुविधाएं पैदा होती है। 

लाइव सत्र में योग के 6 अलग-अलग पहलुओं जैसे ध्यान (ध्यान), प्राणायाम (योगिक श्वास), यम (सिद्धांत), आसन या मुद्रा (योग पद या योग आसन), समाधि या सुधि (मुक्ति) और नियमा (जीवन शैली) को शामिल किया गया। 

डॉ. उत्तम कलवणे ने कहा की योग के नियमित अभ्यास से प्रभावी परिणाम सामने आए हैं। एक स्वस्थ, रोगमुक्त शरीर को स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर आसानी से प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें असंसाधित, संपूर्ण खाद्य पदार्थ खाना, एक नियमित योग और ध्यान का अभ्यास करना, भरपूर नींद लेना और तनाव कम करना शामिल है। आयुर्वेद, योग और ध्यान हमारी पूरी क्षमता को प्राप्त करने की कुंजी हैं। योग के प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले परिणामों को पुनः प्राप्त करने के लिए, एक दैनिक अभ्यास बनाए रखना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, डायरेक्टर डॉ मयंक गर्ग, डीन एकेडमिक डॉ डीके शर्मा, डॉ. अरुण पर्वते, मीडिया मैनेजर अजय चौधरी, विश्वास गौतम आदि मौजूद रहे।



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